Saturday 11 August 2012

Kavi Shiromani Pandit Mange Ram Sangi

                                                    जवाब ब्रह्मा का प्रथ्वी से
दुष्ट-अधर्मी पापी ने मैं दंड देण ने तैयार|
जग माता तू फिकर करे मत सुन ली तेरी पुकार||टेक||

गैर पे दोष धरण आले का,
कुकर्म करता फिरण आले का,
अत्याचार करण आले का,मैं करया करूं संहार||१||
जग माता तू फिकर करे मत सुन ली तेरी पुकार||टेक||
पहाड़ समुद्र धुल-गर्द म्ह,
मैं रहता हूँ तीर कर्द म्ह,
रावण सरीके मिले गर्द म्ह,जो लंका के सरदार||२||
जग माता तू फिकर करे मत सुन ली तेरी पुकार||टेक||
तमाशा देख लिए कुछ दिन म्ह,
फर्क पावे ना मेरे वचन म्ह,
फिकर करे मत अपणे मन म्ह,तारद्यूं तेरा भार||३||
जग माता तू फिकर करे मत सुन ली तेरी पुकार||टेक||
मांगेराम अक्ल के कच्चे,
वो दुश्मन तुम स्वामी सच्चे.
मेरी नजर में बुरे अच्छे,सबका करूं विचार||४||

Kavi Shiromani 



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