क्रष्ण जन्म के सांग में जब कंस,वासुदेव और देवकी को कैद कर लेता है और प्रथ्वी पर बढ़ते अत्याचार देखकर विष्णु योगमाया से क्या कहते और पंडित मांगे राम जी ने अपने शब्दों में लिख दिया-
दिव्य द्रष्टि से देख्या हर ने प्रथ्वी पै बड़ा भार छाया|
नेत्रों से पैदा कर दी विष्णु जी ने योग माया||टेक||
नेत्रों से पैदा कर दी विष्णु जी ने योग माया||टेक||
शेष का अवतार मेरी एक कला का धाम होगा|
रोहणी के गर्भस्थ नाम बलराम होगा|
तेत्तीस करोड़ देवता के माह तेरा बड़ा नाम होगा|
दुष्टों का तने नाश करणा जब ते क्रष्ण श्याम होगा|
मथुरा में जल्दी चली जा साथ साथ मैं भी आया||१||
नेत्रों से पैदा कर दी विष्णु जी ने योग माया||टेक||
जगह जगह मन्दिर तेरे पूजा दिन रात होगी|
करेंगे पुजारी पूजा धर्म की जमात होगी|
हम रल मिल के करे गुजरा पूरी म्हारी खुबात होगी|
दुर्गे, भद्रा,अम्बिका माँ काली नामो से विख्यात होगी|
ब्रह्मा ते भी पहले रचदी देवता ने यश गाया||२||
नेत्रों से पैदा कर दी विष्णु जी ने योग माया||टेक||
यशोदा के जन्म ले ले आँठवा में न्यारी जागी|
किसे ते भी शादी हो ना स्वर्ग म्ह कंवारी जागी|
कंस के अपराध चड़े पाटडे के मारी जागी|
मैं मथुरा आऊंगा तू गोकल में पधारी जागी|
लाख चोरासी जीव जन्तु सब काल ने जमाना खाया||३||
नेत्रों से पैदा कर दी विष्णु जी ने योग माया||टेक||
रोहणी नक्षत्र उस दिन बार बुधवार होगा|
शाम सुंदर तेरी माया मेरी काबू ते बाहर होगा|
मानसिंह शिष्य लख्मीचंद बड़ा कवि सार होगा|
मांगेराम आधी रात दरवाजे ते बाहर होगा|
मांगेराम भागवद देखने ते यु लेख पाया||४||
नेत्रों से पैदा कर दी विष्णु जी ने योग माया||टेक||
लेखक-कवि शिरोमणि पंडित मांगे राम सांगी पाँची वाले|
साहिल कौशिक,
मोबाइल-+919813610612 begin_of_the_skype_highlighting +919813610612 end_of_the_skype_highlighting
email-sahilkshk6@gmail.com
Put his detailed biography and compilation of his work.
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