Sunday 11 November 2012

Shiromani Kavi Pandit Mange Ram Sangi


शिरोमणि कवि पंडित मांगेराम द्वारा रचित सांग :क्रष्ण-सुदामा"नामक सांग में से ये रागनी ली गयी है !

पांच,सात,दस,बीस म्ह गेड़ा मारिए !
भाभी नै दिए राम-राम,बच्चों नै पुचकारिये !!टेक!!

जो कुछ मेरे घर म्ह सै सब भीतर बाहर तेरा !
त्रिलोकी का नाथ करेगा बेड़ा पार तेरा !
मैं बालकपण का यार तेरा,मत दिल तै तारिये !!1!!
भाभी नै दिए राम-राम,बच्चों नै पुचकारिये !!टेक!!

प्यारे मिलैं उजाड़ म्ह जब पेटे भरया करैं !
सत पुरुषां की नाव भवंर तै आपे तिरया करैं !
त्रिलोकी के नाथ करया करैं,बख्त बिचारिये !!2!!
भाभी नै दिए राम-राम,बच्चों नै पुचकारिये !!टेक!!

तीन रोज तक रंग महल म्ह खूब करे ठठ्ठे !
महादेव नै बेटे तेरै चार दिए कट्ठे !
कुर्ता टोपी और दुपट्ट,खूब सिंगारिये !!3!!
भाभी नै दिए राम-राम,बच्चों नै पुचकारिये !!टेक!!

कहै मांगेराम इस दुनिया म्ह खोट्टा घरवासा !
24 घण्टे फ़िक्र करें जा आनन्द ना माशा !
काम,क्रोध,मद,लोभ की आशा,तू मतन्या धारिये !!4!!
भाभी नै दिए राम-राम,बच्चों नै पुचकारिये !!टेक!!

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